Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Breaking News

latest

अररिया- नशीली दवा के मुख्य कारोबारी चढ़ा एसएसबी के हत्थे

  • कुन्दन के ऊपर दर्ज है आधे दर्जन आपराधिक मामला
  • फारबिसगंज में है कुन्दन का स्टॉक पॉइन्ट

जोगबनी (राज टाइम्स)। अररिया जिला अंतर्गत जोगबनी स्थित टिकुलिया निवासी नशीली दवा के कारोबारी कुन्दन यादव को जोगबनी एसएसबी के जवानों के द्वारा गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। जोगबनी बीओपी कैम्प प्रभारी बीरेंद्र कुमार से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह गुप्त सूचना मिली कि तीन व्यक्तियों के द्वारा नशीली दवा ले कर फारबिसगंज से जोगबनी के तरफ जा रहा है। इसकी सूचना पर तेलयरी कैम्प के असिस्टेंट इंस्पेक्टर सतपाल शर्मा के नेतृत्व में जवानों ने नाका पार्टी लगा कर जाँच करने लगें। इसी क्रम में नशीली दवा के कारोबार के सरगना व कुख्यात अपराधी कुंदन यादव अपने तीन से चार साथियों के साथ फारबिसगंज से जोगबनी टेलीयारी के रास्ते प्रतिबंधित नशीली दवा ले कर आ रहा था।

जाँच के क्रम में कुन्दन यादव व इसके अन्य साथी के पास से 160 पीस डाइलैक्स डीसी, एक देशी कट्टा, चार कारतूस बरामद किया गया। जाँच के क्रम नशीली दवा व हथियार मिलने पर एसएसबी ने सभी को हिरासत में ले लिया है। जिसमे गिरफ्तार अपराधी की पहचान कुंदन यादव पिता हीरा यादव निवासी नेताजी चौक जोगबनी, राहुल मंडल पिता हीरालाल मंडल वार्ड नंबर 8 खजूर बाड़ी व गंगा मंडल पिता लल्लन मंडल इंदिरा नगर वार्ड संख्या 10 के रूप में पहचान हुई है।

हिरासत में लिए गए सभी अपराधी को पूछताछ के बाद  आगे की करवाही के लिए जोगबनी थाना को सुपुर्द किया गया है।

 


पहले भी दर्ज है इन लोगो पर दर्जनों मामले

नशे के कारोबारी के रूप में कुख्यात कुन्दन यादव पर इससे पूर्व भी आधे दर्जन से ज्यादा मामला दर्ज है। उसके उपर जोगबनी रेल स्टेशन के समीप पप्पू पटेल को गोली मारने का मामला दर्ज है वही नेपाल में भी पुलिस को इसकी तलाश है।

 

फारबिसगंज में कुन्दन का है स्टॉक पॉइन्ट

नशीली दवा के गिरफ्त में स्थानीय युवा को लेने के लिए कुन्दन के द्वारा कई तरह के प्रलोभन देने की बात सूत्र बताते है। सूत्रों की माने तो एसएसबी की दबिश के कारण यह अपने कारोबार को फारबिसगंज से संचालित करता था। वह जरूरत के हिसाब से नशीली दवा की खेप को जोगबनी व नेपाल कैरियर के माध्यम से सप्लाई करता था। एसएसबी द्वारा गिरफ्तार इस कुख्यात की गिरफ्तारी के बाद क्या पुलिस इसके मकड़जाल को तोड़ पाती है या फिर युवाओं के भविष्य को यू ही नशीली दवा के चुंगल में फसने को छोड़ती है यह एक यक्ष प्रश्न है।


रिपोर्ट - राजेश शर्मा

कोई टिप्पणी नहीं