पटना (राज टाइम्स)। आर्थिक अपराध इकाई ED ने सृजन घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 'पीएमएलए' के तहत ED ने यह कार्रवाई की है। आरोपितों की करीब 14 करोड़ 32 लाख की संपत्ति ED ने जप्त की है।
आपको बता दें कि बिहार की बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है । उसके मुताबिक ED ने 14 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति सृजन घोटाले में कार्रवाई करते हुए जप्त की है। इनकी तरफ से की गई कार्रवाई में 14 करोड़ 32 लाख की संपत्ति जप्त की गई है, जिनमें 20 फ्लैट, 18 दुकानें, 33 प्लॉट और एक कार भी शामिल है। इसके अलावे बैंक में रखा 4 करोड़ 84 लाख भी जब्त किये गए हैं, साथ ही नोएडा, गाजियाबाद, पुणे, रांची, भागलपुर और पटना में फ्लैट को जब्त किया गया है। इसके अलावा नोएडा, गाजियाबाद, भागलपुर की 18 दुकानों को भी ED ने अटैच किया है ।
ED की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह सारी संपत्ति सृजन महिला विकास सहयोग समिति के नाम से है। इससे पहले ED ने बैंक अधिकारी समेत कई लोगों को इस मामले में गिरफ्तार भी किया था।
बता दें कि भागलपुर में कई सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय खातों में ना जाकर या वहां से निकालकर सृजन महिला विकास सहयोग समिति' नाम के एनजीओ के 6 खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी । 2007-08 में भागलपुर में सृजन को-ऑपरेटिव बैंक खोला गया। इसके बाद विकास के नाम पर आने वाला सरकारी पैसा इस बैंक के खाते में ट्रांसफर होता था और इसके बाद यह पैसा यहां से निकालकर बाजार में पहुंचाया जाता था । इस पैसे को खपाने के लिए कई एनजीओ भी बने, बताया जाता है कि इन एनजीओ के नाम पर अधिकारियों ने ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदला और करोड़ों रुपए का घोटाला किया । इस मामले में तत्कालीन डीएम वीरेंद्र यादव पर भी चार्जशीट किया गया था।
रिपोर्ट-धीरज झा
आपको बता दें कि बिहार की बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है । उसके मुताबिक ED ने 14 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति सृजन घोटाले में कार्रवाई करते हुए जप्त की है। इनकी तरफ से की गई कार्रवाई में 14 करोड़ 32 लाख की संपत्ति जप्त की गई है, जिनमें 20 फ्लैट, 18 दुकानें, 33 प्लॉट और एक कार भी शामिल है। इसके अलावे बैंक में रखा 4 करोड़ 84 लाख भी जब्त किये गए हैं, साथ ही नोएडा, गाजियाबाद, पुणे, रांची, भागलपुर और पटना में फ्लैट को जब्त किया गया है। इसके अलावा नोएडा, गाजियाबाद, भागलपुर की 18 दुकानों को भी ED ने अटैच किया है ।
ED की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह सारी संपत्ति सृजन महिला विकास सहयोग समिति के नाम से है। इससे पहले ED ने बैंक अधिकारी समेत कई लोगों को इस मामले में गिरफ्तार भी किया था।
बता दें कि भागलपुर में कई सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय खातों में ना जाकर या वहां से निकालकर सृजन महिला विकास सहयोग समिति' नाम के एनजीओ के 6 खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी । 2007-08 में भागलपुर में सृजन को-ऑपरेटिव बैंक खोला गया। इसके बाद विकास के नाम पर आने वाला सरकारी पैसा इस बैंक के खाते में ट्रांसफर होता था और इसके बाद यह पैसा यहां से निकालकर बाजार में पहुंचाया जाता था । इस पैसे को खपाने के लिए कई एनजीओ भी बने, बताया जाता है कि इन एनजीओ के नाम पर अधिकारियों ने ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदला और करोड़ों रुपए का घोटाला किया । इस मामले में तत्कालीन डीएम वीरेंद्र यादव पर भी चार्जशीट किया गया था।
रिपोर्ट-धीरज झा
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