पटना (राज टाइम्स) प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने आज 28 मई को बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री से उनके कार्यालय में मिलकर एक पत्र सौंपा जिसमें सत्र 2016-17, 2017-18, 2018-19 एवं 2019-20 में RTE के अंतर्गत लाभान्वित बच्चे की लंबित राशि निर्गत करने के संबंध में आग्रह किया है।
शमायल अहमद ने शिक्षा मंत्री से मिलकर उन्हें अवगत कराया की पिछले 5 माह से स्कूल की फीस नहीं आ रही है क्योंकि जनवरी-फरवरी मे राज्य के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय कपकपी ठंड के कारण बंद थे और मार्च महीने से कोविड-19 के कारण अभी तक विद्यालय लगातार बंद है इसके कारण स्कूलों को फीस नहीं आ रही है।
अब लगता है कि आगे भी एक दो महीने आने की संभावना नहीं है जिसके कारण बिहार के हजारों विद्यालय बंदी के कगार पर है। विद्यालय अपने यहां काम कर रहे 5 लाख से ज्यादा कर्मियों को वेतन नहीं दे पाएंगे। इसके कारण उनके परिवारों को काफी कठिनाइयां आएंगी।
शमायल अहमद ने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया है कि निजी विद्यालयों के बिजली बिल, वाहन टैक्स, बिल्डिंग टैक्स, एवं वाहनों के ऋण की किश्त को माफ करने के आदेश जारी किए जाएं ताकि विद्यालय बंद ना हो सके अन्यथा लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे एवं लाखों कर्मी बेरोजगार हो जाएंगे।
रिपोर्ट- धीरज झा
शमायल अहमद ने शिक्षा मंत्री से मिलकर उन्हें अवगत कराया की पिछले 5 माह से स्कूल की फीस नहीं आ रही है क्योंकि जनवरी-फरवरी मे राज्य के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय कपकपी ठंड के कारण बंद थे और मार्च महीने से कोविड-19 के कारण अभी तक विद्यालय लगातार बंद है इसके कारण स्कूलों को फीस नहीं आ रही है।
अब लगता है कि आगे भी एक दो महीने आने की संभावना नहीं है जिसके कारण बिहार के हजारों विद्यालय बंदी के कगार पर है। विद्यालय अपने यहां काम कर रहे 5 लाख से ज्यादा कर्मियों को वेतन नहीं दे पाएंगे। इसके कारण उनके परिवारों को काफी कठिनाइयां आएंगी।
शमायल अहमद ने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया है कि निजी विद्यालयों के बिजली बिल, वाहन टैक्स, बिल्डिंग टैक्स, एवं वाहनों के ऋण की किश्त को माफ करने के आदेश जारी किए जाएं ताकि विद्यालय बंद ना हो सके अन्यथा लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे एवं लाखों कर्मी बेरोजगार हो जाएंगे।
रिपोर्ट- धीरज झा

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