सुपौल (राज टाइम्स) । हमें संकट की इस घड़ी का सामना साहस, धैर्य और विवेक से करना चाहिए। लेकिन लोग अधीर हो रहे हैं जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ रहा है। इन दिनों लोग खुलेआम बस ट्रेन इत्यादी के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान आ जा रहे हैं और उनकी कहीं भी कोरोना जांच जांच नहीं हो रही है। जिससे साथ यात्रा करने वाले यात्री एवं जहां वे जा रहे होते है उस स्थान के लोग बाहर से आने वाले कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से संक्रमित हो रहे हैं जिससे क्षेत्र में संक्रमण काफी तेजी से फ़ैल रहा हैं। वहीं यात्रियों के कोरोना जाँच के प्रति विशेष चौकसी बरतने के बजाये प्रशासन काफी लापरवाह दिख रहा है।
केस 1
![]() |
फोटो - इसी बस से लौट रहे थे जोगी लाल साह |
केस 2
वहीं दूसरी घटना उसी रात लगभग 9 बजे की है दिल्ली
से अपने घर मघेपुरा जा रही बस जब सिमराही सेन्ट्रल बैंक के आगे रुकी। तो बस पर सवार
परिवार सहित 40 वर्षीय परमेश्वर साहनी बस से उतर कर पानी मांगा और गिर गये और वहीं
उनकी मौत भी हो गई। उपरोक्त घटनाओं से जहाँ कोरोना के घातक मारक क्षमता को भलीभांति
समझा जा सकता है वहीं दूसरी ओर बिना जांच किये लोगों के आने जाने से संक्रमण फ़ैलने
तथा यहाँ निवास करने वाले और अधिक लोगों के जान को खतरा हो सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं