इन्टरनेशनल डेस्क (राज टाइम्स)। भारत -नेपाल की मुख्य सीमा सील होने के बाद भी खुली
सीमा से तस्करी का खेल नही रुक रहा है। तस्करों के द्वारा भारत से नेपाल अन्य
सामग्री के साथ ही दवा भी तस्करी की जा रही है। इसका खुलासा पिछले दिनों इलाका
पुलिस कार्यालय रानी के द्वारा साढ़े आठ लाख से ज्यादा की दवा बरामदगी से भी पता
चलता है।
नेपाल पुलिस के द्वारा अनुसंधान के अनुसार तस्करी
होने वाली दवाओं में डिडेजाइसमेन्ट 500 एमजी का
इन्जेक्सन, टाइजेबेस्ट, बक्सल्टन,
ह्युमेन रेविज इमिनोग्लोवुलिन, भासप्रेसन
इन्जेक्सन, ल्याबेटालोल इन्जेक्सन, म्यारोपेनेन
इन्जेक्सन इत्यादी प्रमुख है। सूत्रों के अनुसार कई दवाओं के रिपैकेजिंग कर तस्करी
किया जाता रहा है। तस्करों द्वारा कई नकली दवाओं में भी पैकिंग लेबल लगा कर दोगुने
दामों में बेचे जाने की बात भी सामने आयी हैं। कुछ वर्ष पहले बिराटनगर में तस्करी की दवा को
मोरंग के विभिन्न इलाकों में बेचने वाले गिरोह को रंगे हाथ बिराटनगर से पकड़ा गया था।
- नेपाल पुलिस ने दसगज्जा के समीप से बरामद किया था तस्करी का दवा
भारत नेपाल सीमा के टिकुलिया बस्ती के समीप
बिराटनगर वार्ड संख्या 16 से पिछले दिनों भारी मात्रा
में दवा व मास्क बरामद किया था। बोर्डर सील होने के बाद भी भारी संख्या में तस्करी
कर रखे गए दवा कई तरह के सवाल खड़े करते है। दशगजा के समीप सीता तामाङ के नाम पर
आवंटित खाली घर में भारत के तरफ से खिड़की से तस्करी की दवा रखे जाने की सूचना पर
नेपाल पुलिस के क्षेत्रीय अनुसन्धान टीम, इलाका पुलिस कार्यालय रानी की संयुक्त
टीम के द्वारा दवा व मास्क बरामद किया था। इस तरीके से तस्करी के सामान बरामदगी के
बाद तस्करो के द्वारा अपनाए जा रहे नए तरीका का खुलासा हुआ था। बरामद दवा व मास्क
की कीमत 8 लाख 28 हजार 995 रुपये थी। इन दवाओं को तस्करों द्वारा नेपाल के विभिन्न अस्पताल व मेडिकल
स्टोर में सप्लाई किया जाता है।
- दवा व्यवसायी ने दवा के तस्करी रोकने को लेकर मोरंग एसपी को दिया ज्ञापन
नेपाल
दवा व्यवसायी संघ के द्वारा मोरंग एसपी बिश्व अधिकारी को ज्ञापन पत्र देते हुए अवैध
रूप से भारत से दवा की तस्करी को रोकने के लिये आग्रह किया। दवा व्यवसायी के एक शिष्टमंडल के द्वारा एसपी
अधिकारी व औषधी व्यवस्था विभाग विराटनगर के प्रमुख संजीव कट्टेल से मिलकर ज्ञापन पत्र
सौपा है । दवा व्यवयासी संघ मोरंग शाखा के अध्यक्ष लक्ष्मी तिम्सिना, उपाध्यक्ष देशबन्धु ढकाल व महासचिव दिनेश ठाकुर ने बताया कि दिए गए ज्ञापन
के बाद जिला पुलिस कार्यालय मोरंग के द्वारा दवा के तस्करी रोकने के लिये और सख्त
कदम उठाने की बात कही है।
रिपोर्ट@ पवन साह(विराटनगर)

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