रिपोर्ट -चन्दन कुमार सुपौल (राज टाइम्स)। लॉकडाऊन के दौरान अपने आवासीय परिसर में फ़िल्म शूटिंग के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्...
रिपोर्ट -चन्दन कुमार
सुपौल (राज टाइम्स)। लॉकडाऊन के दौरान अपने आवासीय परिसर में फ़िल्म शूटिंग के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व सांसद सह भजपा नेता ने सामने आकर सफाई दी है। सांसद ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फसाया जा रहा है। मालूम हो कि पिपरा CO के लिखित शिकायत पर लॉकडाऊन में अपने निजी आवास पर फ़िल्म की शूटिंग करवाने मामले में कल पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार सहित 60 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया था।
पूर्व सांसद ने मीडिया से मुखातिब होकर बताया कि साजिश के तहत उन पर मामला दर्ज करवाया गया है। ये विरोधियों की सोची समझी साजिश है। उनके घर पर न तो पहले कभी शूटिंग हुआ और न ही उस दिन शूटिंग हो रही थी। उन्होंने कहा कि ये सच है कि वे लोग मेरे घर आकर ठहरे हुए थे। चूंकि लॉकडाऊन से पूर्व रतौली गाँव मे कलाकारों द्वारा शूटिंग किया गया और लॉक डाऊन होने के बाद सारे सेटअप को बंद कर दिया गया शूटिंग के संचालक रतौली गाव के ही है और उनको जगह का अभाव था। लॉक डाऊन होने के बाद उन्होंने सारे सेटअप को मेरे कैम्पस में रखने की पेशकश की। उनलोगों ने वापस बम्बई जाने के लिए डीएम एसपी से भी गुहार लगाया था लेकिन उनलोगों को वापस जाने की स्वीकृति नही मिली। ऐसे में जनप्रतिनिधि होने के नाते स्थानीय लोगों ने भी कैम्पस में रहने देने का दवाब दिया गया। परिस्थिति की नजाकत को देखते हुए मैंने उनलोगों को अपने कैम्पस में सेटअप के साथ सिर्फ पनाह दिया था। जिस दिन सीओ एवं थानाध्यक्ष मेरे घर पर आये थे, उसी दिन वे लोग सारा सेटअप लेकर मेरे घर आये ही थे और सामान रखने के लिए उतार ही रहे थे। कोई शूटिंग नहीं चल रही थी। इसके अलावे ठहरे हुए लोगों को कैम्पस में आते ही सेनेटाइज करा दिया गया था। सोशल डिस्टेंस का भी पालन करवाया जा रहा था। ऐसे में किस आधार पर शूटिंग करवाने का आरोप लगाया गया ये समझ से परे है। ये सिर्फ विरोधियों की साजिश है जांच के बाद सारा तथ्य सामने आ जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि उस दिन सीओ की मुझसे बात भी नहीं हुई थी जबकि एफआईआर में सीओ ने मेरे सहमति का जिक्र किया है जो सरासर गलत है।
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