लॉकडाउन के बाद भी सीमा क्षेत्र में जारी है नशीली दवाओं का कारोबार
नेपाल (राज टाइम्स). लॉकडाउन के समय में भी भारत-नेपाल सीमा
क्षेत्र में नशीली दवाओं का कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है. बुधवार को जोगबनी
के टिकुलिया से सटे दरैया में नशीली दवाओं के एक तस्कर को विराटनगर पुलिस ने गिरफ्तार
किया है. इससे पूर्व भी नेपाल सशस्त्र पुलिस के द्वारा मकई खेत से तस्करी कर ले जा
रहे दवा को जब्त किया था हालाँकि तस्कर घेरा बंदी के बाद नशीली दवा छोर कर भागने
में सफल रहे थे. पुलिस नायब उपरीक्षक मानबहादुर राई से मिली जानकारी के अनुसार सीमा
से सटे विराटनगर महानगरपालिका के दरैया में सूचना मिली थी कि तस्कर बाईक पर सब्जी
के बोरे में नशीली दवा ले कर आ रहा है. सूचना पर बाईक की की गई. जाँच के क्रम में
को36प/5560 नम्बर की बाईक पर सवार विराटनगर वार्ड संख्या 5
निवासी दिनबन्धु प्रसाद मोदी (34 वर्षीय) के पास से सब्जी के जालीदार
बोरा से प्लास्टिक में चीनी व अन्य खाद्य सामग्री के भीतर 100 एमएल
के डायलेक्स डीसी बोतल 15
पीस, निट्राभेट 10, स्पास्मो प्रोक्सिभोन प्लस सहित अन्य
नशीली दवा बरामद किया गया. यह जानकारी पुलिस नायब उपरीक्षक मानबहादुर राई ने दी.
नया नही है नशीली दवाओं की तस्करी, लॉकडाउन के दौरान भी है जारी-
इससे पहले भी नेपाल सशस्त्र पुलिस बल, दरैया के द्वारा सीमावर्ती इलाकों भारी
मात्रा में तस्करी कर ले जाए जा रहे नशीली दवा को बरामद किया गया था. नेपाल सशस्त्र
पुलिस बल बॉर्डर आउट पोस्ट बखरी के सशस्त्र पुलिस नायब निरीक्षक मिन बहादुर दर्जी
के कमांड में रही टीम के द्वारा जब वाच टावर से दूरबीन से निगरानी कर रही थी तो
मकई खेती के रास्ते भारत से नेपाल आ रहे एक संदेहास्पद व्यक्ति को देखा. सशस्त्र
पुलिस के जवानों के द्वारा दो तरफ से घेर कर पकड़ने का प्रयास किया था लेकिन उक्त व्यक्ति
वापस भारत सीमा में प्रवेश कर गया. साथ मे रखा झोला मकई के खेत मे रह गया, सशस्त्र
पुलिस के द्वारा जब झोले की जांच की गई तो उसमे से 864 पीस स्पासमोक्स
प्लस कैप्सूल बरामद हुआ था. लॉकडाउन में भी सीमा क्षेत्र से भारी मात्रा में नशीली
दवाओं की बरामदगी होना सीमा सुरक्षा सहित जिले के कानून व्यवस्था पर बहुत बड़ा सवाल
खड़ा करता है।
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