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| शिक्षिका नीलोफर शमा (फ़ाइल फोटो) |
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आवाहन पर नियोजनवाद को समाप्त करने एवं अपनी मान-सम्मान की रक्षा के लिए बिहार के तमाम शिक्षक-शिक्षिकाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। तमाम शिक्षक पिछले 63 दिनों से हड़ताल पर डटे हुए हैं। उन्होंने मृत शिक्षिका को जाबांज बताते हुए उन्हें बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति जिला इकाई अररिया की ओर से नमन किया तथा ईश्वर से उनके आत्मा को शान्ति के लिए प्रार्थना की। जिलाध्यक्ष श्री कुमार ने कहा कि अभी तक आंदोलन के दौरान लगभग 53 शिक्षक शिक्षिकाओं का देहांत हो चुका है। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति एक-एक मृत शिक्षक भाई-बहनों का हिसाब सरकार से लेगी। इनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। जब तक बिहार के नियोजित शिक्षकों को पुराने नियमित शिक्षकों की भांति वेतनमान सेवा शर्त एवं राज्य कर्मी का दर्जा सहित सात सूत्री मांगों की पूर्ति नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। यही बलिदान देने वाले शिक्षकों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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