महिला पर्यवेक्षिका ने शिक्षक सह सचिव को ठहराया दोषी, कहा- बगैर उनके सहमति के कैसे होती रही निकासी
किशनपुर (सुपौल)(राज टाइम्स) । कोसी तटबंध के अंदर
अवस्थित एक आंगनवाड़ी केंद्र पर सेविका द्वारा सचिव का फर्जी हस्ताक्षर करते हुए
विगत एक वर्ष से सरकारी राशि की निकासी करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को
लेकर केंद्र के सचिव नारायण दास ने थाना में आवेदन देकर सेविका व अन्य के विरुद्ध
आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। दिए गए आवेदन में सिसवा प्राथमिक विद्यालय के
शिक्षक सह आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 68 के सचिव नारायण दास ने कहा है कि वर्ष 2019
तक आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 68 जो मौजहा पंचायत के वार्ड संख्या 10 सिसवा में
संचालित था। स्कूल के पोषक क्षेत्र होने के कारण विभागिय निर्देशानुशार वे
केंन्द्र के सचिव पद पर कार्यरत थे। लेकिन वार्ड शिफ्टिंग के बाद केंन्द्र का संचालन
वार्ड 6 में होना प्रारंभ हो गया। इस बीच एक वर्ष तक सेविका प्रेमलता देवी द्वारा नए सचिव का चयन न
कर पुराने सचिव के फर्जी हस्ताक्षर से ही सरकारी राशि की निकासी करती रही। इस बीच
बैंक द्वारा जब केवाईसी को लेकर सचिव से आधार कार्ड एवं पैन कार्ड की मांग की गई
तो फर्जी निकासी की बात सामने आई। उन्होंने मामले में बैंक एवं विभागीय पदाधिकारी
को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि राशि निकासी मे इन लोगों की भी भूमिका है।
वरना केंन्द्र स्थानांतरित होने के बावजूद फर्जी हस्ताक्षर से अब तक राशि निकासी कैसे
संभव है। आवेदक शिक्षक सह सचिव ने अपनी जान को सेविका पति अमर चौधरी एवं भैसूर मदन
चौधरी से खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि आवेदन देने के बाद से ही दोनो व्यक्तियों
के द्वारा लगातार धमकी दी जा रही है। वहीं महिला पर्यवेक्षिका कल्पना कुमारी ने
कहा कि विभाग इसमें कही नहीं है। मामला सचिव एवं सेविका के बीच का है। उन्होंने इस
मामले में शिक्षक सह सचिव को दोषी मानते हुए कहा कि यदि बगैर उनके सहमति के राशि
की निकासी होती रही तो उसने एक वर्षो तक विभाग को क्यों नहीं जानकारी दी। जानकारी नहीं देना उनकी संलिप्तता
को दर्शाता है। वहीं थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि बगैर सचिव के हस्ताक्षर से
राशि निकासी का मामला काफी संगीन है। उन्होंने कहा कि जांच कर संबंधित लोगों के
विरुद्ध आवश्यक कार्यवाई की जाएगी। थानाध्यक्ष ने इसमें विभाग एवं बैंक को भी
स्थिति स्पष्ट करने को कहा हैI
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