आश नारायण मिश्रा/ वीरपुर(सुपौल) ।
18 अगस्त 2008 की कुशाहा त्रासदी के बाद सरकार ने कोशी पूर्वी तटबंध के ऊंची करण चैड़ीकरण और पक्कीकरण कार्य के प्रति सरकार गम्भीर हुई बहुत हद तक कार्य कराए भी गए वही तटबंध के मजबूतीकरण और स्परो का पुनर्स्थापन का कार्य विश्व बैंक की सहायता से किया जा रहा है परन्तु जिन बिंदुओ पर नदी का सामान्य से अधिक दबाब था उन बिंदुओ पर कोशी हाईलेवल टीम की अनुशंसा के आलोक में नेपाल और भारतीय प्रभाग के कोशी तटबंध पर 47 योजनाएं एवं सुपौल, सहरसा, मधेपुरा के विभिन्न नदियों और तटबन्धों पर 20 योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। मानसून सामने है मानसून के समय नदी में पानी के बढ़ते डिस्चार्ज से होने वाली किसी भी खतरे से निपटने के लिए विभाग समय से पूर्व सारी तैयारियों का जायजा ले रहा हैं। जल संसाधन मंत्री संजय झा ने 15 मई तक कार्य पूर्ण कर लेने का निर्देश दिया था परंतु संवेदकों का राज्यब्यापी हड़ताल और करोंना के कारण नेपाल और बिहार में लॉकडाउन के कारण कार्य अवधि 31 मई तक समय बढ़ा दिया गया है। इसी क्रम में एसडीएम वीरपुर कुमार शतेन्द्र यादब ने नेपाल के कोशी पूर्वी और पश्चिमी तटबन्ध का निरीक्षण किया और शनिवार को डीएम सुपौल महेंद्र कुमार ने नेपाल के पश्चिमी कोशी तटबंध और भारतीय प्रभाग के कोशी तटबंधों पर कराये जा रहे बाढ़ पूर्ब बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों का अभियंताओ के साथ निरीक्षण किया और कार्य को एक सप्ताह के अंदर समाप्त करने का निर्देश दिया। विभागीय अभियन्ताओं ने बताया कि सभी कार्य लगभग 90 प्रतिशत पुरा कर लिया गया शेष बचे हुए कार्य भी उम्मीद है समय पर पूरा कर लिया जाएगा। कार्यपालक अभियंता पूर्वी तटबंध भारतीय प्रभाग रामसेवक साह ने बताया कि 10.35 और 16.64 से 16.98 की.मि.तक गेबियन का कार्य कराया गया है जो पूर्ण हो गया हैं। डीएम के साथ मौके पर एसडीएम बीरपुर कुमार शतेन्द्र यादब, कार्यपालक अभियंता कुनौली अरबिंद कुमार, कार्यपालक अभियंता हेडवर्क्स बिजय कुमार सिंह,ई ई कुशहा,एसडीओ कुनौली गौतम कुमार ,बिद्या शंकर बर्मा ,नवीन कुमार ,कनीय अभियंता पवन कुमार आदि मौजूद थे।
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