सुपौल (राज टाइम्स) बेगूसराय में देश के प्रथम राष्ट्रपति “डॉ राजेंद्र प्रसाद सदर अस्पताल” का नाम परिवर्तित करके सदर अस्पताल किए जाने की “बिहार निर्माता डॉ सच्चिदानंद सिन्हा रचना चक्र” के द्वारा तीव्र भर्त्सना की गयी। रचना चक्र के जिला संयोजक रंजन कुमार वर्मा ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे को पत्र लिखकर मांग किया है कि “डॉ राजेंद्र प्रसाद सदर अस्पताल, बेगूसराय” का नाम बदलकर सदर अस्पताल करने के लिए दोषी वहां के उपचिकित्सा अधीक्षक डॉ आनंद शर्मा को सेवा से अविलंब बर्खास्त किया जाए।
श्री वर्मा ने कहा कि उपचिकित्सा अधीक्षक डॉ आनंद शर्मा इस मामले में षड्यंत्र रच रहे हैं। बिहार सरकार और उच्च पटना न्यायालय के निर्देश पर तत्कालीन जिला पदाधिकारी ने सन 2000 में ही अस्पताल में देशरत्न डॉ राजेंद्र बाबू की प्रतिमा लगवाया था साथ ही शिलापट्ट भी लगवाया गया था। उपचिकित्सा अधीक्षक ने किस आदेश के तहत डॉ राजेंद्र प्रसाद सदर अस्पताल बेगूसराय का नाम बदलकर सदर अस्पताल, बेगुसराय कर दिया? उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से आग्रह किया कि दोषी उपचिकित्सा पदाधिकारी को अविलंब बर्खास्त करते हुए पुनः डॉ राजेन्द्र प्रसाद सदर अस्पताल किया जाए एवं वहां बोर्ड लगाया जाए।
श्री वर्मा ने कहा कि बिहार निर्माता डॉ सच्चिदानंद सिन्हा रचना चक्र का मानना है कि जानबूझ कर एक पदाधिकारी द्वारा भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद को सोची समझी साजिश के तहत अपमानित करने की साजिश रची गयी है और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे इस घटना पर संज्ञान लेते हुए अविलंब कार्रवाई नहीं करते हैं इसके लिए राज्यव्यापी आंदोलन चलाएगी।
श्री वर्मा ने कहा कि उपचिकित्सा अधीक्षक डॉ आनंद शर्मा इस मामले में षड्यंत्र रच रहे हैं। बिहार सरकार और उच्च पटना न्यायालय के निर्देश पर तत्कालीन जिला पदाधिकारी ने सन 2000 में ही अस्पताल में देशरत्न डॉ राजेंद्र बाबू की प्रतिमा लगवाया था साथ ही शिलापट्ट भी लगवाया गया था। उपचिकित्सा अधीक्षक ने किस आदेश के तहत डॉ राजेंद्र प्रसाद सदर अस्पताल बेगूसराय का नाम बदलकर सदर अस्पताल, बेगुसराय कर दिया? उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से आग्रह किया कि दोषी उपचिकित्सा पदाधिकारी को अविलंब बर्खास्त करते हुए पुनः डॉ राजेन्द्र प्रसाद सदर अस्पताल किया जाए एवं वहां बोर्ड लगाया जाए।
श्री वर्मा ने कहा कि बिहार निर्माता डॉ सच्चिदानंद सिन्हा रचना चक्र का मानना है कि जानबूझ कर एक पदाधिकारी द्वारा भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद को सोची समझी साजिश के तहत अपमानित करने की साजिश रची गयी है और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे इस घटना पर संज्ञान लेते हुए अविलंब कार्रवाई नहीं करते हैं इसके लिए राज्यव्यापी आंदोलन चलाएगी।
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