पटना (राज टाइम्स) कोरोना संक्रमण काल के दौरान विभिन्न
उद्योगों पर संकट के बादल छाए हुए हैं । जिनसे जुड़े लोगों के समक्ष भुखमरी जैसे
हालात बन रहे हैं । संक्रमण के ऐसे कालचक्र में भोजपुरी के छोटे कलाकार भी फंस
चुके हैं। जो भोजपुरी इंडस्ट्री से जुड़े हैं। बड़े कलाकार तो किसी तरह अपना जीवन
यापन कर ले रहे हैं, लेकिन
छोटे कलाकारों को इस संक्रमण काल को झेलना मुश्किल साबित हो रहा है। बच्चों तथा
परिवार को लेकर इस संक्रमण काल में जीवन बसर करने के लिए उनके समक्ष अब कोई रास्ता
नहीं बचा है। दुखद तो यह है कि अब तक ऐसा माध्यम नहीं बन पा रहा है जो उन्हें इस
विकट परिस्थिति में संबल प्रदान कर सके।
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फोटो- भोजपुरी कोरियोग्राफर आर्यन डीडीके |
भोजपुरी कोरियोग्राफर 'आर्यन
डीडीके' का कहना है कि
लॉकडाउन के दौरान सरकार ने सभी वर्गों का ध्यान रखा है । गरीबी रेखा से नीचे जीवन
यापन करने वाले लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है । मनरेगा के तहत काम करने वाले
मजदूरों को आर्थिक सहायता दी जा रही है, मुफ्त
गैस सिलेंडर भी दिए जा रहे हैं । किसानों को मिलने वाली सम्मान निधि का पैसा भी
जारी कर दिया गया है। सरकार सभी वर्गों के लिए कुछ ना कुछ कर रही है। लेकिन
कलाकारों के लिए कोई राहत पैकेज नहीं निकाला गया है।
यहां तक कि भोजपुरी फिल्म एलबम बनाने वाली बड़ी बड़ी
कंपनियां और भोजपुरी फ़िल्म जगत के सुपर स्टार पवन सिंह, गुंजन
सिंह, रितेश पांड्य,
खेशारी
लाल यादव बड़े कलाकर हैं जो मजदूरों की मदद तो कर रहे हैं, लेकिन
छोटे कलाकारों की तरफ कोई हाथ आगे नही बढ़ा रहा । वहीं कुछ मॉडल ऐश्वर्या झा,
अंबर
जी, खुशी कुमारी,
पूजा
कुमारी, समीर,
अशोक
सम्राट, गणेश कुमार,
रवि
शास्त्री जैसे कलाकारों ने दिन-रात इनका सहयोग कर साथ रहकर काम किया और मेहनत की
है । आज ये स्टार इतनी बड़ी मुकाम हांसिल कर पाए हैं ।
उन्होंने बताया कि बिहार में ऐसे बहुत से कलाकार हैं जो
सिर्फ कला पर ही निर्भर हैं जैसे टेक्नीशियन, सपोर्ट
बॉय, साउंडमैन,
कोरियोग्राफर,
ऐसे
बहुत सारे लोग हैं जिन्हें आज मदद की जरूरत है ।
रिपोर्ट- धीरज झा
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