अररिया, फारबिसगंज शहर
में अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रति दिन काफी संख्या में ग्राहक बैंकों
में रुपये निकालने आ रहे हैं। जिस कारण बैंकों के पास काफी भीड़ उमड़ रही है।
हालांकि शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पुलिस बल को भी लगाया गया है, लेकिन
भीड़ अधिक होने के कारण लोगों को नियंत्रित रखना पुलिस बल के लिए काफी मुश्किल हो
रहा हैं। जनधन योजना एवं उज्ज्वला योजना के बारे में अफवाह फैला दिया गया है कि
सरकार द्वारा बैंकों में भेजी गई राशि नहीं निकालने पर सरकार वापस ले लेगी। इस
कारण लोग रुपये निकासी के लिए जल्दी में हैं। इस संबंध में शाखा प्रबंधक ने बताया कि प्रति दिन करीब 500 ग्राहक सिर्फ
अपने खाता का बैलेंस चेक कराने बैंक पहुच रहें है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के
कारण पासबुक प्रिट नही हो रहा हैं। सिर्फ कंप्यूटर में चेक कर बताया जा रहा है।
पासबुक चेक कराने को ले मेन ब्रांच में भीड़ ज्यादा हो रही है।
राशि निकासी में लॉकडाउन का नहीं हो रहा
पालन।फारबिसगंज बाजार में लोग नियम कानून को ताख पर रख दिए है। यहां शारीरिक दूरी
का पालन नहीं हो रहा है। सोमवार को इलाहाबाद बैंक
के समीप उपभोक्ताओं की भीड़ से शरीरिक दूरी बनाए रखना मुश्किल हो रहा था।
बैंक खुलने के पहले से लोग कतारबद्ध हो गए थे। लोग एक दूसरे से चिपके हुए थे। ऐसा
ही नजारा नोटबंदी के समय बैंक के समीप हुआ करता था। बैंक के समीप एक गार्ड बताते
हैं कि लोगों को समझाते-बुझाते थक गए हैं, लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है।
अगर यह स्थिति रही तो कोरोना महामारी से
बचना मुश्किल होगा। यही हाल जिले के अन्य बैंक में भी देखा जा रहा है।
अररिया-संवाददाता-रंजीत ठाकुर
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