- एनडीए गठबंधन के भाजपा प्रत्याशी द्वारा भी जदयू कार्यकर्ता को नहीं दिया जा रहा सम्मान, पार्टी में
नाराजगी
अररिया। जनता दल यूनाइटेड के नेताओं ने मंगलवार को अररिया स्थित एक होटल में पार्टी की एक बैठक की। जिसमें जदयू जिला अध्यक्ष आशीष पटेल के द्वारा जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक के जदयू नेताओं की लगातार उपेक्षा का आरोप लगाया। जिलाध्यक्ष की कार्यशैली से नाराज जदयू के नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जिलाध्यक्ष आशीष पटेल को अविलंब पद से हटाकर किसी और सक्रिय और जमीनी कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष बनाने की मांग की है। बैठक की अध्यक्षता जदयू के वरीय नेता नागेश्वर कामत ने की। बैठक में जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष, अनंत कुमार सिंह, संजय राणा, रजी अहमद, वरीय जदयू नेता सफाउर रहमान उर्फ लड्डू, सत्य नारायण यादव, प्रदेश नेता शफाऊर रहमान, उमेश मंडल, संजय राय, पंकज मिश्रा, उपेंद्र मंडल, सीताराम मंडल, रमेश कुमार राय के अलावा बड़ी संख्या में जदयू नेता मौजूद थे।
बैठक में मुख्य रूप से वर्तमान जदयू जिलाध्यक्ष आशीष पटेल को अविलंब पद से हटाने की मांग की। क्योंकि इनके रहते पार्टी का संगठन बिल्कुल चौपट हो गया है। जमीन पर कोई संगठन नहीं है। सिर्फ कागजों में जदयू की संगठन सिमटी है। किसी भी जदयू के पदाधिकारी से कोई विचार विमर्श और न ही सम्मान दिया जाता है।
एनडीए से भाजपा प्रत्याशी द्वारा भी जदयू कार्यकर्ता की उपेक्षा को लेकर भी नेता नाराज हैं। सभी ने आरोप लगाया कि भाजपा के प्रत्यासी द्वारा अभी तक किसी भी जदयू कार्यकर्ता को पूछा तक नहीं गया है। जबकि भाजपा और जदयू का गठबंधन है। लेकिन भाजपा अकेले चुनाव लड़ना चाहती है, ऐसे में प्रत्याशी को बड़ा नुकसान हो सकता है। सभी जदयू नेता अपने पार्टी के नेता को उचित सम्मान देने की मांग भाजपा प्रत्याशी से की है। ताकि बिहार की सभी चालीस सीट पर एनडीए की जीत सुनिश्चित हो सके।
जदयू जिला अध्यक्ष आशीष पटेल की कार्यशैली से नाराज़ पार्टी के वरिष्ठ नेता और जिला उपाध्यक्ष रजी अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा मैं जदयू का एक ईमानदार कार्यकर्ता के रूप में पार्टी का काम करता रहूंगा।
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