- मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय
अधिकारियों के साथ की उच्चस्तरीय समीक्षा
- सभी राशनकार्ड-विहीन गरीब परिवारों को सहायता
राशि के साथ-साथ राशनकार्ड भी मिल जाय, यह बहुत जरूरी है ताकि इसका लाभ उनको हमेशा मिलता रहे
- बाहर से आ रहे लोगों को जिला मुख्यालय एवं
संबंधित क्वारंटाइन सेंटर पर भेजने के लिये उपलब्ध कराये जा रहे वाहनों को
सेनिटाइज कराये एवं उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो
- सभी प्रखण्ड क्वारंटाइन सेंटर एवं पंचायत
स्तरीय स्कूल क्वारंटाइन सेंटर पर भोजन, आवासन, चिकित्सकीय
सुविधा आदि की गुणवतापूर्ण व्यवस्था रखें, शौचालय तथा स्नानागारों की भी पर्याप्त व्यवस्था हो एवं सोशल
डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन हो। इसकी सतत निगरानी भी करते रहें
- बाहर से आ रहे सभी लोगों की स्क्रीनिंग करायी
जाय और जिनमें लक्षण पाये जायें,
उनकी प्रोटोकाॅल के अनुरूप टेस्टिंग तुरंत करायी जाय
मुख्यमंत्री
ने कहा कि जीविका तथा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन द्वारा चिन्हित लोगों को प्रति
परिवार एक हजार रूपये की सहायता राशि शीघ्र अंतरित करते हुये सभी सुयोग्य लाभुकों
को राशन कार्ड शीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही राशन कार्ड के लंबित, त्रुटिपूर्ण, अस्वीकृत आवेदन जो जाॅचोपरांत सही पाये
गये हैं, उन्हें भी एक
हजार रूपये की सहायता राशि शीघ्र उपलब्ध करा दी जाय। उन्होंने कहा कि चिन्हित
परिवारों के खाते में सिर्फ एक हजार रूपये की राशि अंतरण कराना ही हमारा उद्देश्य
नहीं है बल्कि सभी राशनकार्ड-विहीन गरीब परिवारों को सहायता राशि के साथ-साथ
राशनकार्ड भी मिल जाय, यह
बहुत जरूरी है ताकि इसका लाभ उनको हमेशा मिलता रहे।
मुख्य
सचिव ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि राज्य के सभी जिलों में कोरोना संक्रमितों
की पहचान के लिये पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर अब तक 1 करोड़ 5 लाख 80 हजार घरों
का सर्वेक्षण कराया जा चुका है,
जिसमें कुल 5 करोड़ 76 लाख व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया जा चुका है।
इसमें 3,420 लोगों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें बुखार, खांसी
एवं सांस लेने में तकलीफ है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि ऐसे सभी लोगों की
प्राथमिकता के आधार पर सैंपल टेस्टिंग करायी जाय एवं प्रोटोकाॅल के अनुसार समुचित
कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि तेजी से काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग, सैंपल कलेक्शन और टेस्टिंग की संख्या
बढ़ायी जाय ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य
विभाग दवाओं, टेस्टिंग
किट, पी0पी0ई0 किट
एवं जरूरी उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता एवं उसकी आपूर्ति बनाये रखें।
मुख्यमंत्री
ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार राज्य में अब तक जितने
कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाये गये हैं, उनमें ठीक होने वाले 25 प्रतिशत लोग हैं इसलिये कोरोना से घबरायें
नहीं। जिन्हें बुखार, खांसी
एवं सांस लेने में तकलीफ के कोई लक्षण दिखे, वे तुरंत जाॅच केन्द्र पर अपनी जाॅच करायें। लाॅकडाउन की अवधि में घर
पर रहें, सुरक्षित रहें, सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना संक्रमण से
बचने का प्रभावी उपाय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने
का सबसे प्रभावी उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है। उन्होंने लोगों से अपील की कि लाॅकडाउन
का पालन करें, घर
में रहें और सुरक्षित रहें।
रिपोर्ट - धीरज झा पटना

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