कहा- मुकम्मल कार्रवाई के लिया किया गया स्थानातरित, दोषी को बख्शा नही जाएगा।
पटना (राज टाइम्स) ||
अररिया के कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार के
द्वारा अररिया के एक चौकीदार को उठक बैठक कराने के आरोपी कृषि पदाधिकारी को प्रोन्नति
देने वाले मामले पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने एक वीडियो जारी किया है। जारी
वीडियो में उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार है। राजपत्रित कर्मचारी जिला
कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को प्रोन्नति दिए जाने की खबर पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने
कहा कि सोशल मीडिया में यह खबर आने के बाद लोग मुझसे सोशल मीडिया के जरिये सवाल
पूछ रहे हैं कि अररिया में जिस अधिकारी ने चौकीदार से उठक -बैठक कराई उसे इनाम
दिया गया और उसका प्रमोशन भी हो गया। डीजीपी ने फिर से स्पष्ट किया की बिहार पुलिस
के सभी अधिकारी और कर्मचारी परिवार के अंग
है ।
डीजीपी ने कहा कि बिहार में प्रमोशन पर रोक लगी है इसलिए प्रोन्नति
का सवाल ही नहीं है। बिहार में सुशासन की सरकार है और इसमें छोटे से लेकर बड़े जो
दोषी पाए जाते हैं उन पर कार्रवाई होती है। जिस अधिकारी के बारे में कहा जा रहा है
कि उसे इनाम में प्रोन्नति मिली है तो मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अररिया का
मामला जैसे ही प्रकाश में आया वहां के डीएम और एसपी से पूरे मामले की जांच कराई गई
और तत्काल दोषी पुलिस कर्मी को सस्पेंड किया गया।
DGP ने वीडियो शेयर कर
जवाब दिया है और कहा है कि अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी जांच में दोषी पाए गए। इसके
बाद थाने में मुकदमा किया गया है। अब विभाग ने उस अधिकारी को वहां से स्थानांतरित
कर दिया है। यह पूरी तरह से मुकम्मल कार्रवाई है, किसी को
बख्शा नहीं गया है।
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