राज टाइम्स
प्रदेश संख्या दो के बीरगंज अंतर्गत पर्सा में तीन भारतीय मौलाना में संक्रमण की पुष्टि के बाद पुलिस अनुसंधान में उन तीनों के ट्रेवल हिस्ट्री को निकाला तो अनुसंधान में कई चौकने वाले तथ्य सामने आये है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ये सभी सप्तरी में 13 से 15 फरवरी तक आयोजित अन्तरराष्ट्रीय मुस्लिम सम्मेलन में सहभागी होने के लिये 6 फरबरी को रेल मार्ग से फ़ारबिसगंज पहुंचे थे फिर जोगबनी के रास्ते नेपाल में प्रवेश किया। नेपाल पुलिस के प्रथम अनुसंधान में सामने आया कि उत्तरप्रदेश से फॉरबिसगंज होते हुए जोगबनी बिराटनगर नाका के रास्ते नेपाल में प्रेवश किया था।
सप्तरी के बोदेबरसाइन के, जाजर में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय मुस्लिम धार्मिक सम्मेलन (इस्तिमा) में सहभागी होने नेपाल आए यह लोग कुछ समय सुनसरी के दुहवी में और सुनसरी के इनरुवा में एक सप्ताह रुक कर सप्तरी के जाजर स्थित मुस्लिम सम्मेलन में पहुंचे थे। सभी जगह इन लोगो ने सार्वजनिक गाडियों का प्रयोग किया था।
यह लोग अब तक सिर्फ विभिन्न मस्जिद में ही रुकने की बात सामने आई है इस्तिमा समाप्त होने के बाद दिल्ली वापस क्यों नहीं हुआ यह अभी स्पष्ट नही हो पाया है। इसके बारे में विभिन्न तरीके से अनुसंधान किया जा रहा है। इसके लिये मोबाइल कॉल डिटेल व सीडीआर जाच की जा रही है। इसके अनुसंधान में नेपाली सेना व नेपाल पुलिस की टीम एसपी गंगा पन्त के नेतृत्व में अनुसन्धान में जुटी है।
इन सभी का पर्सा के सुगौली सहित तीन मस्जिद में भी रुकने की बात सामने आई है। यह सभी पर्सा के सुगौली स्थित एक मस्जिद से लकडाउन के दो दिन बाद बिरगंज महानगरपालिका के छपकैया स्थित श्रीराम हल नजदीक रहे मस्जिद में आने की बात भी सामने आई है। उक्त मस्जिद में कोरोना संक्रमण पुष्टि हुए तीन मौलाना सहित 29 लोग एक साथ रह रहे थे। वही फॉरबिसगंज से जोगबनी नाका होते हुए रानी दुहबी इनुरूवा सप्तरी सहित अन्य स्थानों में किन किन लोगों से मिले किन किन के संपर्क में रहे इसका अनुसंधान नेपाली सेना के विशेषज्ञ टेक्निकल टीम को दिया गया है ।
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