- जिला पंचायतीराज पदाधिकारी ने की यह कार्रवाई
- राज्य सरकार के आदेश और प्रदत्त कोष का उल्लंघन करने पर हुई कार्रवाई
- कोरोना संग्राम के दौरान जंग लड़ने की बजाय घरों में आराम फरमा रहे मुखिया-पंचायत सचिव
पूर्णिया( अशोक झा ) ।
कोरोना से युद्ध के मद्देनजर बिहार की सरकार ने धन की बड़ी पोटली प्रदान करते हुए ग्राम पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव को जो आदेश दिया था, उस आदेश के उल्लंघन करने के कारण किशनगंज जिले के 25 मुखिया व पंचायत सचिवों पर किशनगंज जिला पंचायतीराज पदाधिकारी अनवारुल इस्लाम द्वारा शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है।
किशनगंज जिले के 25 मुखिया और पंचायत सचिव को शोकॉज नोटिस, बिहार सरकार के आदेशों का उल्लंघन करने के आरोप में जारी किया गया है ।
किशनगंज जिले के 6 प्रखंड अंतर्गत 25 पंचायतों के मुखिया व पंचायत सचिवों को शोकॉज जारी किया गया है। साथ ही 24 घण्टे के अंदर जवाब भी मांगा है ।
जिला पंचायती राज विभाग के पदाधिकारी ने बताया कि जिले के सभी मुखिया को आदेश दिया गया था कि पंचम वित्त आयोग अनुदान मद की राशि कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए इस्तेमाल करते हुए पंचायतो में मास्क, सेनेटाइजर, साबुन के वितरण समेत ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करेंगे ।
लेकिन पंचायत के प्रतिनिधियों व सचिवों ने राज्य सरकार के आदेश को नजरअंदाज करते हुए आदेश की अवहेलना की, इस वजह से जिले के छह प्रखंडों यथा बहादुरगंज के शमेशर, गुवाबरी, अलताबरी पंचायत शामिल है, पोठिया प्रखंड के सारोगड़ा, नोकट्टा, जहाँगीरपुर, फलां, डुबानोचि पंचायत सहित ठाकुरगंज प्रखंड के डुमरिया, मलिनगांव, बेसरबट्टी, बन्दरझुला पंचायत, दिघलबैंक प्रखंड के आठगछिया, पदमपुर, जागीर, लोहागरा, धनटोला पंचायत , कोचाधामन प्रखंड के एक पंचायत समेत टेढ़ागच्छ प्रखंड के बैगना, हटगाओं, हवकोल, झाला, डाकपोखर, खनियबाद, मुशहरा सहित झुनकी पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिवों पर सीधी कार्रवाई की गई है।
इस शोकॉज लिस्ट में सबसे ज्यादा टेढ़ागाछ के मुखिया व पंचायत सचिव शामिल हैं, जो राज्य सरकार के आदेशों की अनदेखी कर घर में आराम फरमा रहे थे।
रिपोर्ट- अशोक झा
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