वीरपुर (सुपौल)(राज टाइम्स)
बकरीद पर्व हो या ईद मुबारक मुस्लिम समुदाय के लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा हैं कोशी बराज जहाँ दूर -दूर से शैलानी आकर कोशी बैराज से निकलते पानी को देखकर रोमांचित हो घूम फिर कर पर्व का आनन्द उठाते रहे है परन्तु लगातार नेपाल भारत सिमा डेढ़ वर्षो से सील रहने के कारण और लोगों के बीच यह समाचार की नेपाल द्वारा तीस बॉडर को खोल दिया गया हैं का असर बुधबार को सहरसा ,सुपौल,मधेपुरा ,अररिया, से लेकर समस्तीपुर तक से आये सैलानी उस वक्त मायूस हो गए जब उनकी गाड़ियों को सीमा पार नहीं जाने दिया गया तब इनलोगों ने सीमावर्ती बाजार भीमनगर में अपनी गाड़ी खड़ी कर पगडंडियों के रास्ते नेपाल जाने की कोशिश की परन्तु सिमा पर तैनात एसएसबी और नेपाल आर्म फ़ोर्स के जवानों ने उनके इस कोशिश को भी नाकाम कर दिया ।
मायूस हो अररिया निवासी मो मुस्ताक,असरफ,समस्तीपुर निवासी जियाउद्दीन, मो इल्यास मो यसुफ,कटिहार निवासी मो कयूम, मो अव्वास,किशनगंज निवासी अबदुल करीम, जाकिर साबेज, सहरसा निवासी नजीर,नदीम,अजीम ने बताया कि हमलोग हजारों रुपया खर्च कर बैरेज घूमने आए थे मगर एसएसबी और नेपाल पुलिस ने नहीं जाने दिया ह्मलोगों का पर्व एक तो केरोना के कारण सरकारी गाइडलाइन का पालन करने के कारण फीका था बाकी नेपाल सीमा सील होने के कारण रही सही कसर भी पूरा हो गया ।
मायूस हो अररिया निवासी मो मुस्ताक,असरफ,समस्तीपुर निवासी जियाउद्दीन, मो इल्यास मो यसुफ,कटिहार निवासी मो कयूम, मो अव्वास,किशनगंज निवासी अबदुल करीम, जाकिर साबेज, सहरसा निवासी नजीर,नदीम,अजीम ने बताया कि हमलोग हजारों रुपया खर्च कर बैरेज घूमने आए थे मगर एसएसबी और नेपाल पुलिस ने नहीं जाने दिया ह्मलोगों का पर्व एक तो केरोना के कारण सरकारी गाइडलाइन का पालन करने के कारण फीका था बाकी नेपाल सीमा सील होने के कारण रही सही कसर भी पूरा हो गया ।
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