पूर्णिया (राज टाइम्स)
पूर्णिया के खपरा पंचायत के मझुआ गांव में 2 दर्जन से अधिक महादलित हिंदू परिवार के घरों में एक समुदाय विशेष के अवांछित तत्वों द्वारा की गई भीषण आगजनी व हिंसक वारदात की घटना सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ कर क्षेत्र में सामाजिक संतुलन बिगड़ने की एक राष्ट्र विरोधी साजिश का हिस्सा है। उक्त घटना का आज दिनांक 26 मई को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश कार्यकारी बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रमुख प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने कहा कि पूर्णिया जिला प्रशासन नामजद अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित कर पीड़ितों को न्याय दिलाएं। साथ ही सीमांचल में आए दिन सामाजिक संतुलन वह सौहार्द बिगाड़ने वाले तत्वों की पहचान कर उन पर अविलंब नकेल कसी जाए।
प्रोफेसर एमपी सिंह ने कहा कि सीमांचल का यह क्षेत्र काफी संवेदनशील है। अतः इन राष्ट्र विरोधी ताकतों पर अंकुश लगाना अति आवश्यक है। राज्य सरकार शीघ्र ही इन तत्वों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करें और पीड़ित परिवारों को पर्याप्त सुरक्षा देकर उन्हें उचित मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि इस बर्बरतापूर्ण घटना के लिए बिहार सरकार एसआईटी गठित करे, जिससे निष्पक्ष जांच हो सके ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिले और दोषियों को कठोर सजा मिल सके। यदि तत्काल इस पर अंकुश नहीं लगाया जाएगा तो आगे इस प्रकार की घटनाएं फिर दोहराई जा सकती हैं। यह कितनी दुख की बात है कि तथाकथित बुद्धिजीवी इतनी बड़ी घटना पर मौन साधे हुए हैं।
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