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सुपौल- ग्रामीणों का आरोप "आदेश के बाद भी पंचायतों को नहीं कराया गया सैनिटाइज्ड"

आरडीओ ने बताया सुपौल में कैमिकल हो गया है खत्म, उपलब्ध होते ही बचे क्षेत्र को किया जाएगा सेनेटाइज्ड

त्रिवेणीगंज (सुपौल) (राज टाइम्स)। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है। प्रशासन भी लगातार लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहा है। कुछ जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ता अपने सौजन्य से लोगों के बीच मास्क सैनिटाइजर बांटे जा रहे हैं तो कहीं-कहीं छिड़काव भी कराया जा रहा है। पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव ने 2 सप्ताह पहले ही पत्र निर्गत कर मुखिया को पंचम राज्य वित्त आयोग के अनुदान मद की राशि का उपयोग करोना महामारी के प्रबंधन में करने का निर्देश दिया था। लेकिन अब तक पंचम वित्त की राशि का इस मद में उपयोग नहीं किया गया। बघैली पंचायत निवासी महबूब आलम, शमशाद आलम, इरफान आलम, नौशाद आलम, तबरेज आलम, जदिया पंचायत निवासी मिथुन कुमार, सुशील कुमार, सुनील कुमार बिक्रम कुमार एवं कोरियापट्टी पंचायत के राजेश कुमार आदि ने बताया कि अब तक उनके पंचायत में सैनिटाइजर या ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं कराया गया है। इस महामारी से बचने के लिए जनप्रतिनिधियों द्वारा किसी तरह का काम नहीं किया गया है। इस संदर्भ में कोरियापट्टी मुखिया दिनेश प्रसाद यादव ने कहा कि पंचायत में सेनेटाइजेशन के लिए केमिकल उपलब्ध नहीं है इसलिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करवा दिया गया है।
वहीं पंचायत सचिव सुरेन्द्र कुमार पासवान ने बताया कि सुपौल जिला में सेनेटाइजेशन के लिए केमिकल अनुपलब्ध है। पटना की एक एजेंसी को ऑर्डर दिया गया है। केमिकल आते ही सेनेटाइजेशन का कार्य शुरू हो जाएगा। आरडीओ ममता कुमारी ने भी बताया कि लगभग सभी पंचायत में जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने पंचायत में सनेटाइज सहित सरकारी निर्देशानुसार काम किया जा रहा है। केमिकल समाप्त हो जाने के कारण कुछ इलाकों में काम नहीं हुआ है। केमिकल प्राप्त होते ही काम शुरू हो जाएगा।

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