जबरन करवाया गया टेस्टतबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि नहीं
जानकारी के मुताबिक पटना (Patna) के एक मस्जिद से पकड़े गए सभी 14 नागरिकों का पुराना ट्रेवल रिकॉर्ड (Travel Record) मिला है और सभी दिल्ली से ही पटना पहुंचे हैं.
सभी विदेशी नागरिक नेपाल (Nepal) के रहने वाले हैं जो पटना के एक
मस्जिद में छिपे थे. पटना सिटी के अजीमाबाद कॉलोनी स्थित मस्जिद में इनके छिपे
होने की जानकारी जैसे ही स्थानीय लोगों को मिली खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल
गई. जिसके बाद प्रशासन एक्शन में आया.
जबरन कराया गया कोरोना का टेस्ट
डीएम के निर्देश पर मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी और चिकित्सा दल मस्जिद पहुंचा लेकिन सभी विदेशियों ने कोरोना टेस्ट कराने से इंकार कर दिया और खुद को स्वास्थ्य बताने लगे लेकिन प्रशासन ने दबाव बनाकर सभी को कोरोना जाँच करवाया. पूछताछ में कई ने स्वीकार किया है कि वह दिल्ली से आए है. लेकिन वह लोग तबलीगी जमात में शामिल नहीं हुए है.
सभी का है ट्रैवल रिकॉर्ड
जानकारी के मुताबिक सभी 14 नागरिकों का पुराना ट्रेवल
रिकॉर्ड मिला है और सभी दिल्ली से ही पटना पहुंचे हैं. एक साथ 14 विदेशी नागरिकों के पटना में
मिलने से एक बार फिर से पटना में हड़कंप मच गया है. मस्जिद में शरण लेकर छिपे इन
नेपाली नागरिकों के बारे में इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि सभी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में
शामिल होने दिल्ली गए थे या फिर वह किसी और कारण से दिल्ली से पटना आकर रह रहे थे.
मालूम हो कि इससे पहले भी पटना में एक मस्जिद में छिपे विदेशी नागरिक पकड़े गए थे
जिसके बाद उनका कोरोना टेस्ट करवाया गया था. तबलीगी जमात के कार्यक्रम के बाद पूरे राज्य
में पुलिस हाई-अलर्ट पर है.
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