अररिया। लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, कोशी सीमांचल के लोगों के बीच जो सबसे आशा उम्मीद का विषय होता है, वह है फारबिसगंज के हवाई अड्डे के संचालन की घोषणा की उम्मीद। क्योंकि इसी हवाई अड्डे पर देश के प्रधानमंत्री अपनी जनसभा करते हैं। सीमा के इस पार हो या उस पार नेपाल की एक
नेपाल का एक बड़ा तबका बाग़डोगरा विमान स्थल पर है निर्भर
नेपाल सोनार समाज फाउंडेशन के संयोजक महेश साह स्वर्णकार ने इस सम्बन्ध में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत नेपाल के बीच एक अटूट रिश्ता है। वहीं व्यापरिक दृष्टिकोण से भी नेपाल के लोग भारत के यात्रा पर होते हैं। अगर हवाई यात्रा करनी बाग़डोगर जाना पड़ता है। मोदी जी की जनसभा सीमांचल में जहाँ हो नेपाल की एक बड़ी आबादी उनको सुनने पहुँचती है। जिसमे खास कर नेपाल के लोगों को फारबिसगंज हवाई अड्डा चालू करने की घोषणा की बात सुनने की आस लगाए रहते हैं।
भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा बताते हैं कि फारबिसगंज हवाई अड्डा हमेशा से नेपाल के लोगों के लिए उत्सुकता का विषय रहा है। क्योंकि मोरंग सुनसरी औद्योगिक कॉरिडोर में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक काम करते हैं। कई कम्पनी भारतीय संयुक्त निवेश में है तो नेपाल के उद्योगी व्यापारी ट्रेड के कार्य से भारत के महानगर की यात्रा करते हैं। ऐसे में निश्चित रूप से फारबिसगंज हवाई अड्डा दोनों देश के लिए बहुउपयोगी भी साबित होगा। इस हवाई अड्डे के चालू होने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
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