आश नारायण मिश्रा / वीरपुर (सुपौल)।
बसंतपुर पीएचसी, भीमनगर में पिछले 2 महीनों से पीएचसी के पूरे भवन के रिपेयरिंग का काम प्रखंड विकास निधी से कराये जाने के कारण डिलीवरी और परिवार नियोजन के अलावे स्वास्थ सम्बंधित अन्य सेवाए पूरी तरह से बाधित थी। इस पीएचसी पर ईलाज के लिए निर्भर मरीजों की समस्याओं को देखते हुये 20 अगस्त 2021 को जिला पदाधिकारी सुपौल के निर्देश पर बसंतपुर आरडीओ कुमार मनीष भारद्वाज ने बसंतपुर पीएचसी, भीमनगर का औचक निरीक्षण कर विधि व्यवस्था पर पूरी तरह से नाराजगी जताते हुए कहा था कि अबिलम्ब पीएचसी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देशित सभी सुविधाओं के साथ-साथ इमरजेंसी सेवा, साफ सफाई, शौचालय, शुद्ध पेयजल, दवाई की व्यवस्था का लाभ मरीजों को मिलेगा। जिला पदाधिकारी के निर्देश आरडीओ के औचक निरीक्षण और उनकी नाराजगी का असर पीएचसी प्रशासन पर सरजमीन पर होता नही दिख रहा हैं ।
आरडीओ के निरीक्षण के दूसरे दिन ही प्रसव कार्य प्रारंभ कर दिया गया, परन्तु प्रसव कक्ष में प्रसूति महिला मरीज बिना खाना-नास्ता, खराब पंखे और बिना साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल के बीच मच्छर से बचाव को लेकर कपड़े और मॉसक्यूटो क्वायल जलाते हुए समय गुजारते दिखाई देते हैं। मरीज के परिजनो ने बताया कि खाना-नास्ता, साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल और शौचालय की बात छोड़िए। इस भीषण गर्मी में खराब पंखे के बिना समय गुजारना मुश्किल हो रहा है। यहां कोई देखने वाला नही है।
इस कुव्यवस्था पर पूछे जाने पर बसंतपुर हेल्थ मैनेजर रतीश झा बताते हैं कि साफ-सफाई, नाश्ता - खाना हमारे आधीन नहीं है। रही बात खराब पंखा का तो उसे ठीक करा दिया जायेगा। वहीं इस समस्या के बाबत मोबाइल पर बसंतपुर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अर्जुन चौधरी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि साफ-सफाई नही करने और नास्ता-खाना मरीज को नही दिए जाने की शिकायत मिली है। इसको लेकर आउटसोर्सिंग करनेवाले पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही मरीजों को होनेवाली सभी कठिनाइयों को दूर किया जाएगा। ऐसे में सवाल उठना लाजमी हैं कि 6 बेड वाले पीएचसी के मैनेजर और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को मालुम नही हैं कि मरीज आवश्यक सुविधा से वंचित हैं या फिर वे जानकर भी अनजान हैं। जबकि पीएचसी के हमारे सूत्र बताते हैं कि आउटसोर्सिंग के रजिस्टर में मरीजों को खाना नाश्ता के साथ सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं और मरीजों को मिलती हैं।
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