अररिया (राज टाइम्स)। अररिया जिले के सभी
क्वॉरेंटाइन सेंटर विद्यालयों में बनाए गए हैं जिनके कार्यभार का जिम्मा विद्यालय
के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों पर है। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष अर्चना कुमारी ने कहा कि कोरोना
के संदिग्ध मरीजों हेतु बनाए गए इस क्वारेंनटाइन सेंटर पर शिक्षकों को
प्रतिनियुक्त किया गया है। यहां कार्यरत शिक्षकों को कोरोना से बचाव हेतु कोई भी
सुविधा संबंधित विभाग की ओर से नहीं दी गई है। इस वजह से शिक्षकों को भय के माहौल
में कार्य करना पड़ता है। क्वारेंनटाइन सेंटर में कार्यरत शिक्षक भी स्वास्थ्यकर्मी
की भूमिका में नजर आते हैं। जाने - अनजाने में यदि ये इनके संपर्क में गये तो ये
भी संक्रमित हो सकते हैं। यदि किसी प्रकार का कोई हादसा शिक्षकों के साथ होता है
तो बिहार सरकार की नियमावली के अनुसार शिक्षकों को ₹400000 की अनुग्रह राशि देने का
प्रावधान है जबकि वहीं एक स्वास्थ्य कर्मी को इस प्रकार के हादसों के लिए 50 लाख
का बीमा एवं अन्य सुविधाएं दी गई है।
शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष अर्चना कुमारी
ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में कार्यरत शिक्षकों को एक स्वास्थ्य कर्मी की भांति 50 लाख
रुपए का बीमा सहित अन्य सुविधाओं की मांग सरकार से की है।
साथ ही स्वास्थ्य विभाग से शिक्षकों को
सुरक्षा किट देने की भी मांग की है,जिससे शिक्षक
भयमुक्त होकर अपना कर्तव्य निभा सकें।
रिपोर्ट- रंजीत ठाकुर
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