सेंट्रल डेस्क (राज टाइम्स)। अररिया जिले के
फॉरबिसगंज प्रखंड अंतर्गत शहबाजपुर के झोखरन गांव में सड़क निर्माण मे हो रही देरी व
बरती जा रही अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध जताया। ग्रामीणों
ने कहा कि बरसात से पहले सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण नही हुआ तो आगामी विधानसभा
सभा सहित अन्य चुनावों मे वोट का बहिष्कार किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह निर्माणाधीन सड़क
का निर्माण कार्य जनवरी 2019 मे ही प्रारंभ किया गया था। महज सवा 2 किमी लम्बी सड़क
लगभग डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक पूर्ण नहीं हुआ है। वहीं यह सड़क के इकरारनामा
की कुल राशि 1,24,00,574 है। सड़क पूर्ण होने की तिथि 3 जनवरी 2020 तथा अनूरक्षण प्रारंभ
की तिथि 4 जनवरी 2020 है। इसके संवेदक अमीत कुमार फारबिसगंज है।
चार सौ से पांच सौ आबादी वाले इस गांव के
ग्रामीणों को बरसात के समय जोगबनी फारबिसगंज तथा बथनाहा के बाजार जाने आने काफी
कठिनाई होती है। बीते दिनों बारिश होने के कारण निर्माणाधीन सड़क कीचड़युक्त हो गया।
लोग किसी तरह कीचड़ पार कर अपने गंतव्य को जाने को मजबूर है।
ग्रामीणों ने बताया कि अगर बरसात से पूर्व सड़क निर्माण
का कार्य पूर्ण नहीं होता है तो आगामी दिनों मे इस क्षेत्र के सभी ग्रामीणों को
काफी परेशानी होगी। इसलिए ग्रामीणों ने समय रहते सड़क निर्माण कार्य पूर्ण करवा देने
की मांग की। विरोध जताने वालों में मो0 ऐयुब, अब्दुल कैयुम, समसुल,
इद्रीस्, कैलु मिया, उमर
हसन, गुलसन
खातुन, सोगरा
खातुन, सदानंद
झा, रामउदेस
झा, भत्तु
झा, गोपाल
झा, लक्ष्मीकांत
झा, जैनूल, मो यासीन, मो जैनुद्दिन, जमील,
खलिल सहित अन्य ग्रामीण शामिल थे।
आजादी के इतने दिनों के बाद भी इस गांव की होती रही है उपेक्षा
जोगबनी थान क्षेत्र के झोखरन वार्ड आठ स्थित
परमान नदी मे पानी की उफान आने से इस इलाके मे
हर वर्ष ग्रामीण कटान की मार झेल रहे हैं। झोखनवासी को इस वर्ष भी बाढ आने
से पूर्व ही बाढ तथा कटान की चिन्ता सताने लगी है । जिला प्रशासन व स्थानीय
जनप्रतिनिधि के उदासीनता के कारण यहाँ के ग्रामीण आक्रोशित है। लोगों का कहना है
की आजादी के बाद से ही यह क्षेत्र उपेक्षित रहा है। जबकि पांच सौ घर हर वर्ष जिल्लत
की जिन्दगी जिने को विवश है। कई बार जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के समक्ष आवेदन
देकर उक्त समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाया जा चुका है। लेकिन अब तक कोई
सुनवाई नही हुई। इन इलाकों मे अब तक सरकार द्वारा चलाए जा रहे सात निश्चय योजना के
तहत नल जल नाली सड़क निर्माण जैसी योजनाओ से वंचित है तथा सरकारी तंत्र इस गांव की
समस्या को निदान करने मे अक्षम है । लोगों ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की आगाह
करते हुए कहा कि बरसात व बाढ़ से पूर्व अगर यहाँ की समस्या की नही किया गया तो
मजबूरन हम लोग आंदोलन एवं आने वाले समय मे सभी चुनावों मे वोट को बहिष्कार करने को
मजदूर होगें।
इन क्षेत्रों मे मूलभूत सुविधाओ सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा भी नसीब नही है। हम सभी 21वी सदी मे जी
रहें हैं। नल जल का निर्माण भी नही हुआ है। शौचालय भी बन कर तैयार है लेकिन अब
सरकार द्वारा दिए जा रहे राशि से भी वंचित है।
वही झोखरण वार्ड आठ के वार्ड सदस्य नजमा खातुन
ने बताया कि इस गांव की समस्या की निदान हेतु पूर्व मे जिला प्रशासन से लेकर
जनप्रतिनिधियों सहित अन्य विभाग को भी भी आवेदन के माध्यम से अवगत कराया गया था
लेकिन अब तक कुछ नही हो पाया इस गांव के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार इस गांव की ओर ध्यान दे ऐसी हमारी ओर गांव के ग्रामीणों की मांग है।
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