पश्चिम चम्पारण जिला मंत्री प्रभुराज नारायण राव ने व्यक्त की प्रतिक्रिया
देश के प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी महामारी
के इस आपदा से जनता को बचा पाने की कोई करवाई नहीं कर रहे हैं । कोरोनावायरस से
लड़ने के लिए देश के सारे चिकित्सक त्राहिमाम कर रहे हैं। उन्हें सेनेटाइजर, मास्क, वेंटिलेटर,पीपीई, गरीबों और
इधर उधर फंसे हुए लोगों को भोजन की प्राथमिक जिम्मेवारी पूरी नहीं हो रही है। यह
कथन सीपीआई (एम्) के पश्चिम चम्पारण जिला मंत्री प्रभुराज नारायण राव ने
प्रधानमत्री के आज के प्रसारण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा। श्री राव
ने कहा कि इस महामारी की पूरी जानकारी जनवरी में ही हो जाने के बाद भी प्रधानमंत्री
द्वारा कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया गया। जब यह महामारी पूरी दुनिया में यह फैल गया
तो सीधे 22 मार्च को एक दिन का लॉकडाउन की घोषणा और 5 बजे थाली बजाने जैसे सटीक
औषधि का ऐलान से ढोल, नगाड़े, गाजे-बाजे
के साथ इनके मंत्री और अंधभक्त सड़कों पर नृत्य करने लगे । फिर 21 दिनों की लॉकडाउन
किया गया। आज फिर 5 अप्रैल को दीप जलाने की करवाई को कोरोनावायरस से मुक्ति के लिए
रामबाण बताया।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर तीखा प्रहार
करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन आपके चहेते
मुख्यमंत्री योगी जी आर्टिफिशियल मंदिर में रामलाला को स्थापित करने के नाम पर
जनता की भारी भीड़ को संबोधित क्यों कर रहे थे। उत्तर प्रदेश के दिल्ली सीमा पर एक
हजार बस लेकर यूपी के कोरोना ग्रसित लोगों
को घर घर पहुंचाने का काम क्यूं कर रहे थे । प्रधानमंत्री जी दिल्ली की कानून
व्यवस्था आपके है फिर हजारों निर्वासित लोगों को खदेड़ खदेड़ कर क्यूं पीटा गया, जिसमें
अधिकांश बिहारी थे ।
अंत में श्री राव ने प्रधानमंत्री को
नसीहत देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपनी लापरवाही एवं कमजोरी को धार्मिक जामा
पहनाना बंद करे और संकट की इस घड़ी में अपने दायित्वों का निर्वहन कर सेवा में लगें,
कर्मियों को सुविधाएं उपलब्ध करावें साथ ही गरीबों को खाना एवं किसानों के फसलों
की कटाई तथा बाजार की समुचित व्यवस्था पर अविलंब ध्यान दें।
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